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गहरा ज्ञान कबीर का

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कबीर परमात्मा का गहरा ज्ञान ☘️ अद्भुत ज्ञान कबीर परमेश्वर ने ही सतलोक के विषय में बताया कि ऊपर एक ऐसा लोक है जहां सर्व सुख है। वहां कोई कष्ट नहीं है। जिसकी गवाही संत गरीबदास जी ने दी है। गरीब, संखो लहर महर की उपजै, कहर जहां न कोई। दास गरीब अचल अविनाशी, सुख का सागर सोई।। 🌿तीनों देवताओं (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) की वास्तविक स्थिति से परिचित करवाते हुए परमात्मा कबीर जी ने कहा :- तिनके सूत है तीनों देवा, आंधर जीव करत हैं सेवा। 🌿कबीर परमात्मा का तत्वज्ञान काल कौन है, कहां रहता है, वह हमें कष्ट क्यों देता है, काल के सभी कार्यों के बारे में परमात्मा कबीर जी ने ही विस्तार से बताया है । सतलोक पृथ्वी लोक से कितनी दूरी पर स्थित है और वहां कैसे जाया जा सकता है। यह जानकारी कबीर परमात्मा जी ने ही दी है । 🌿तत्वज्ञान कबीर साहेब ने ही हमें अवगत कराया कि हमें जन्म देने व मारने में काल (ब्रह्म) प्रभु का स्वार्थ है जोकि श्रीमद्भागवत गीता अध्याय 11 श्लोक 32 में कहता है कि मैं बढ़ा हुआ काल हूँ अर्जुन। 🌿कबीर परमात्मा जी का बताया परम गूढ़ ज्ञान कबीर परमात्मा ने अध्यात्म के बहुत ...

कबीर परमात्मा के चमत्कार

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  "मृत गऊ को जीवित करना"  सिकंदर लोधी ने एक गऊ के तलवार से दो टुकड़े कर दिये। गऊ को गर्भ था और बच्चे के भी दो टुकड़े हो गए।  तब सिकंदर लोधी राजा ने कहा कि कबीर, यदि तू खुदा है तो इस गऊ को जीवित कर दे अन्यथा तेरा सिर भी कलम कर (काट) दिया जाएगा। साहेब कबीर ने एक बार हाथ गऊ के दोनों टुकड़ों को लगाया तथा दूसरी बार उसके बच्चे के टुकड़ों को लगाया। उसी समय दोनों माँ-बेटा जीवित हो गए। साहेब कबीर ने गऊ से दूध निकाल कर बहुत बड़ी देग (बाल्टी) भर दी  तथा कहा -  गऊ अपनी अम्मा है, इस पर छुरी न बाह।  गरीबदास घी दूध को, सब ही आत्म खाय।।  चुटकी तारी थाप दे, गऊ जिवाई बेगि।  गरीबदास दूझन लगी, दूध भरी है देग।। और अधिक जानकारी के लिए व कबीर साहित्य के लिए क्लिक करें। 👇👇           KABIR

Miracles Of GodKabir

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Miracles 1. Lord Kabir made water flow in the dried out "Aami river", that flows through Magahar, which was cursed by Shivji to stay empty and Dry forever Must watch Sadhna TV from 7:30 to 8:30 p.m. Ishwar TV from 8:30 to 9:30 p.m. Miracles 2. The dry Vat tree also became green due to the Charanamrit (foot ambrosia) of God Kabir Ji, which is still located in the city of Bharuch in Gujarat in the form of a giant Vat tree which is known as Kabir Vat.

MagharLeela_Of_GodKabir

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MagharLeela_Of_GodKabir   BEFORE GOING BACK TO THE IMMORTAL LAND OF SATLOK LORD KABIR SAID THAT, "WHATEVER YOU GET AFTER MY DEPARTURE, YOU BOTH SHOULD DIVIDE THAT THING INTO." THEY GOT TWO BED SHEETS AND AROMATIC FLOWERS AND NO BODY WAS FOUND AT THAT PLACE.     Supreme God Kabir has played a Leela in Maghar For giving a true message to us For more information watch 👇👇👇👇  Sadhana TV 7:30 PM everyday 📺

The Complete God Kabir Saheb appeared in the Name Satsukrit in Satyug

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The Complete God Kabir Saheb appeared in 4 Yugas in the Name Satsukrit in Satyug, Munindra in Tretayug, Karunamay in Dwaparyug, and Kavirdev (Kabir God; His real Name) in Kalyug.  Apart from These, acquiring other Forms, He descending any day, disappears after performing His Leela For more information plz click You can Read Srishti_Rachana And also watch Sadhana TV at 7:30pm to 8:30pm everyday 5 June 2020 , Kabir Sahib Prakat Diwas

सत् भगति और अंध भगति

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भगति की आवश्यकता क्यों ? मानुष जन्म पाय कर,जो नहीं रटे हरि नाम। जैसे कुंआ जल बिना,बनवाया क्या काम?   सतपुरुष कबीर साहेब की ये वाणी हमें सचेत करती है कि मनुष्य जन्म प्राप्त करके यदि हम भगति नहीं करते तो हमारे जन्म का कोई मतलब नहीं। जैसे आदरणीय गरीबदास साहेब जी भी अपनी वाणी में भगति का महत्व समझाते हुए लिखते हैं:- नर नारायण देही पाकर,जे कट्या न यम का फ़ंद रे। रत्न अमोली दर्शत नाहीं,धिक है वाकी जिन्द रे।।  नर नारायण अर्थात भगवान जैसा सुंदर शरीर पाकर भी यदि तेरा यम का फ़ंद नहीं कटा तो भाई तेरी जिंदगी भी धिक्कार है।धिक है वाकी जिन्द रे। वर्तमान में प्रचलित असंखो धर्मों, पन्थो, विचारधाराओं से हम कैसे निर्णय लें कि कौनसी भगति सत्  है और कौनसी पाखण्ड है?   वर्तमान में प्रचलित नाना प्रकार के धार्मिक समुदायों व उनके अनुयायियों के क्रिया कलापों को देखकर जन साधारण के लिए ये निर्णय लेना मुश्किल हो जाता है कि आखिर सत् भगति कौनसी है क्यों कि हर धर्म में हमें कुछ न कुछ ऐसी क्रियाएँ देखने को मिलती हैं को हमें गलत लगती हैं पाखण्ड लगती हैं। तो हमें ...